सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.!!
नज़र से दिल में उतरना, बड़ी बात नहीं,जो रूह में उतरो, तो कोई बात बने…
हो सकती है जिंदगी में मोहब्बत दोबारा भी, बस हौंसला चाहिए फिर से बर्बाद होने का..!!
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा ,जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.!!
मुझे बर्बाद करना चाहते हो तो, मुझसे मोहब्बत कर लो.
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता..!!
ये तो बड़ा मुझ पर अत्याचार हो गया खामख्वाह मुझे तुझसे प्यार हो गया |
Uffff tera aksar bhool jana mujhko, Agar dil na diya hota to teri jan le lete.
हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम, फिर वही शायरी, फिर वही इश्क, फिर वही तुम.”
Pehli mulaqat thi aur hum dono hi bebas the, wo zulfien na sambhal sake aur hum khud ko..!!